Shab-E-Barat 2023: शब-ए-बारात इबादत, तिलावत और सखावत की रात है. इस दिन अल्लाह की सच्चे मन से इबादत यानी अराधना की जाती है. इसके साथ ही तिलावत यानी कुरान की आयतें पढ़ी या सुनी जाती है और सखावत यानी दान-पुण्य भी किया जाता है. शब-ए-बारात मुसलमानों के लिए मुकद्दस महीना है. शब-ए-बारात के दिन मस्जिदों और कब्रिस्तानों को खास तौर पर सजाया जाता है. लोग देर रात तक कब्रिस्तानों में पूर्वजों को दुआएं पढ़ते हैं और गुनाहों की माफी मांगते हैं. इस्लाम में शब-ए-बारात का खास महत्व है. हालांकि शब-ए-बारात का विशेष महत्व दक्षिण एशिया में ही देखने को मिलता है. यह इस्लाम के प्रमुख पर्वों में से एक है.